Sad shayari in hindi
यकींन मानो लाख कोशिश कर चुका हूँ मैं,
न ही धड़कने रुकती हैं और न तेरी यादें
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बेशक जो जितना खामोश रहता है
वो अपनी इज़्ज़त उतनी ही महफूज़ रखता है.
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एक ही इंसान पर लूटा दे,
जो जिंदगी अपनी,
ऐसे लोग अब किताबों में ही मिला करते हैं
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कुछ लोग मुझे
अपना कहा करते थे साहब !
सच में वो लोग सिर्फ कहा ही करते थे
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आप साल बदलते जरूरी देखें हैं,
मैंने सालों भर लोगों को बदलते देखा हैं
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बात वफ़ा की होती तो कभी ना हारते,
बात नसीब की थी कुछ कर ना सके
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अब थोड़ा भी फ़र्क़ नहीं पड़ता आपकी बेरुखी से,
अब तो दिल को आदत सी हो गई हैं,
खामोश रहने की
न ही धड़कने रुकती हैं और न तेरी यादें
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बेशक जो जितना खामोश रहता है
वो अपनी इज़्ज़त उतनी ही महफूज़ रखता है.
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एक ही इंसान पर लूटा दे,
जो जिंदगी अपनी,
ऐसे लोग अब किताबों में ही मिला करते हैं
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कुछ लोग मुझे
अपना कहा करते थे साहब !
सच में वो लोग सिर्फ कहा ही करते थे
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आप साल बदलते जरूरी देखें हैं,
मैंने सालों भर लोगों को बदलते देखा हैं
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बात वफ़ा की होती तो कभी ना हारते,
बात नसीब की थी कुछ कर ना सके
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अब थोड़ा भी फ़र्क़ नहीं पड़ता आपकी बेरुखी से,
अब तो दिल को आदत सी हो गई हैं,
खामोश रहने की