Beti shayari
बेटियों से ही सृष्टि है ये भेष है
फिर क्यों बेटियों से इतना द्वेष है
बेटियों से ही सृष्टि है ये भेष है
फिर क्यों बेटियों से इतना द्वेष है
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जरूरी नही रौशनी चिरागों से ही हो
बेटियाँ भी घर में उजाला करती हैं
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ईश्वर की अनुकम्पा से ये सौभाग्य मिला
एक नन्हीं सी परी का मुझे साथ मिला
यही साथ चाहिए मुझे, जब-जब मैं इस दुनिया में आऊं
तूं मेरी बेटी बने और मैं तेरा पापा कहलाऊं
---
मम्मी का हाथ बटाती
पापा का नाम कराती
कितनी मुश्किलें क्यू ना हो
बेटी सबको हंसके गले लगाती
Beti ke liye shayari
उड़के एक रोज़ बड़ी दूर चली जाती हैं
घर की शाख़ों पे ये चिड़ियों की तरह होती हैं
---
बेटी के दिल में माँ-बाप के तस्वीर बड़े होते हैं
क्योंकि हर सुख-दुःख में बेटी के साथ खड़े होते हैं
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बेटों से ज्यादा बेटिया
रिश्तो की कदर करती है
तभी तो दूर रहकर भी वो
अपने रिश्तो की फिकर करती है
---
हमेशा खुद को मजबूत दिखाते है पापा
बिदाई के समय ऐसा लगा जैसे
जी भर कर रोना चाहते है पापा
---
पलकों को आंसुओं की भनक न कभी लगने देंगें
ग़मों को तेरी खबर न कभी लगने देंगें
इसी तरह मुस्कुराये मेरी बच्ची हमेशा
तेरी खुशियों को किसी की नज़र न कभी लगने देंगें
Beti par shayari
एक मीठी सी मुस्कान हैं बेटी
यह सच है कि मेहमान हैं बेटी
उस घर की पहचान बनने चली
जिस घर से अनजान हैं बेटी
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बेटे अक्सर चले जाते हैं माँ-बाप का दिल तोड़कर
बेटियाँ तो गुजारा कर लेती हैं टूटी पायल जोड़कर
---
बेटी हूँ इसलिए गर्भ में ही मेरा कत्ल कर दिया
ना जाने क्यों खुदा ने तुम्हे माँ बनने का हक दिया
---
ऐसा लगता है कि जैसे ख़त्म मेला हो गया
उड़ गईं आँगन से चिड़ियाँ घर अकेला हो गया
---
माँ जन्म देती है
दादी कहानी सुनाती है
बहन राखी बांधती है
पत्नी जीवनभर साथ निभाती है
नारी के बिना जिंदगी कहाँ होती है
Betiya shayari
जैसे खिले फूल बगिया में
तुम आ खिली मेरे अंगना में
महके जैसे खुशबू फूलों की
जीवन मेरा महकाती खुशबू बिटिया की
---
जरूरी नही रौशनी चिरागों से ही हो
बेटियाँ भी घर में उजाला करती हैं
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ईश्वर की अनुकम्पा से ये सौभाग्य मिला
एक नन्हीं सी परी का मुझे साथ मिला
यही साथ चाहिए मुझे, जब-जब मैं इस दुनिया में आऊं
तूं मेरी बेटी बने और मैं तेरा पापा कहलाऊं
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मम्मी का हाथ बटाती
पापा का नाम कराती
कितनी मुश्किलें क्यू ना हो
बेटी सबको हंसके गले लगाती
Beti ke liye shayari
उड़के एक रोज़ बड़ी दूर चली जाती हैं
घर की शाख़ों पे ये चिड़ियों की तरह होती हैं
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बेटी के दिल में माँ-बाप के तस्वीर बड़े होते हैं
क्योंकि हर सुख-दुःख में बेटी के साथ खड़े होते हैं
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बेटों से ज्यादा बेटिया
रिश्तो की कदर करती है
तभी तो दूर रहकर भी वो
अपने रिश्तो की फिकर करती है
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हमेशा खुद को मजबूत दिखाते है पापा
बिदाई के समय ऐसा लगा जैसे
जी भर कर रोना चाहते है पापा
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पलकों को आंसुओं की भनक न कभी लगने देंगें
ग़मों को तेरी खबर न कभी लगने देंगें
इसी तरह मुस्कुराये मेरी बच्ची हमेशा
तेरी खुशियों को किसी की नज़र न कभी लगने देंगें
Beti par shayari
एक मीठी सी मुस्कान हैं बेटी
यह सच है कि मेहमान हैं बेटी
उस घर की पहचान बनने चली
जिस घर से अनजान हैं बेटी
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बेटे अक्सर चले जाते हैं माँ-बाप का दिल तोड़कर
बेटियाँ तो गुजारा कर लेती हैं टूटी पायल जोड़कर
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बेटी हूँ इसलिए गर्भ में ही मेरा कत्ल कर दिया
ना जाने क्यों खुदा ने तुम्हे माँ बनने का हक दिया
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ऐसा लगता है कि जैसे ख़त्म मेला हो गया
उड़ गईं आँगन से चिड़ियाँ घर अकेला हो गया
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माँ जन्म देती है
दादी कहानी सुनाती है
बहन राखी बांधती है
पत्नी जीवनभर साथ निभाती है
नारी के बिना जिंदगी कहाँ होती है
Betiya shayari
जैसे खिले फूल बगिया में
तुम आ खिली मेरे अंगना में
महके जैसे खुशबू फूलों की
जीवन मेरा महकाती खुशबू बिटिया की
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जैसे आकाश के लिए सितारे हैं
वैसे ही धरती के लिए बेटियां हैं
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ना जाने ये कैसे लोग है
जो बेटियों को कोख में ही मरवाते है
ऐसा लगता है ऐसे गिरे हुए लोग
किसी पुरूष की कोख से जन्म लेकर आते है
---
मानवता का खून जो कोख में बहाओगे
बेटियां नहीं होंगी तो बहू कहाँ से लाओगे
---
बिना सियासत और दौलत के भी
सिर पे ताज रखती है
बेटी जब तक बाप के घर हो तो
रानी जैसे राज करती है।
Beti ke liye status
वो पीर परायी क्या जाने जिनको नहीं है बेटियां
जिस माँ ने विदा की है बेटियां
पूछो उस माँ से कि क्या होती है बेटियां
---
नन्हीं-नन्हीं, प्यारी-प्यारी है मेरी बेटी
घर के कोने-कोने की रोशनी है मेरी बेटी
खुशनसीब हूँ मैं जो आँगन में है मेरी बेटी
हमारी तमाम खुशियों की जननी है मेरी बेटी
---
लड़कियाँ ही हैं जो हर
रंग रूप में ढल जाती हैं
ये बेटी, बहन, बहु ,माँ
बनके संसार बसाती है
---
बेटी हो या बहू अपनी मुस्कान से
घर में उजाला कर देती है
सारे गमों को अपने दामन में समेट कर
खुशियों से वो आंगन भर देती है
---
दहेज़ जैसे बुरे रस्मों-रिवाज और यह दुनियादारी
वरना किस माँ-बाप को अपनी बेटी नहीं होती है प्यारी
Beti ke upar shayari
बेटी को पढ़ा लिखा कर
काबिल बनाया है
इस तरह एक बाप ने
उसे आत्मसम्मान दिलाया है
---
बेटी जिस घर जन्म लेती है
खुशियों से उसे भर देती है
हलकी सी मुस्कान से अपने सारे दर्द हर लेती है
---
बेटी, तुम मेरी जिंदगी की मिठास हो
तुम्हारी मुस्कुराहट ही मेरी ताकत है
तुम हंसती हो तो जहान हंसता है
यूं ही हंसती, मुस्कुराती रहो
जिंदगी की मिठास हमेशा बनी रहे
---
क्या कहूं कि
बेटियां क्या होती हैं
ये जो न हो तो बस
क़िस्मत सोती है।
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मुस्कुराता देख बेटी को मैंने पूछ लिया
कहने लगी पापा ने मुझको बेटा कहा है
वैसे ही धरती के लिए बेटियां हैं
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ना जाने ये कैसे लोग है
जो बेटियों को कोख में ही मरवाते है
ऐसा लगता है ऐसे गिरे हुए लोग
किसी पुरूष की कोख से जन्म लेकर आते है
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मानवता का खून जो कोख में बहाओगे
बेटियां नहीं होंगी तो बहू कहाँ से लाओगे
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बिना सियासत और दौलत के भी
सिर पे ताज रखती है
बेटी जब तक बाप के घर हो तो
रानी जैसे राज करती है।
Beti ke liye status
वो पीर परायी क्या जाने जिनको नहीं है बेटियां
जिस माँ ने विदा की है बेटियां
पूछो उस माँ से कि क्या होती है बेटियां
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नन्हीं-नन्हीं, प्यारी-प्यारी है मेरी बेटी
घर के कोने-कोने की रोशनी है मेरी बेटी
खुशनसीब हूँ मैं जो आँगन में है मेरी बेटी
हमारी तमाम खुशियों की जननी है मेरी बेटी
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लड़कियाँ ही हैं जो हर
रंग रूप में ढल जाती हैं
ये बेटी, बहन, बहु ,माँ
बनके संसार बसाती है
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बेटी हो या बहू अपनी मुस्कान से
घर में उजाला कर देती है
सारे गमों को अपने दामन में समेट कर
खुशियों से वो आंगन भर देती है
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दहेज़ जैसे बुरे रस्मों-रिवाज और यह दुनियादारी
वरना किस माँ-बाप को अपनी बेटी नहीं होती है प्यारी
Beti ke upar shayari
बेटी को पढ़ा लिखा कर
काबिल बनाया है
इस तरह एक बाप ने
उसे आत्मसम्मान दिलाया है
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बेटी जिस घर जन्म लेती है
खुशियों से उसे भर देती है
हलकी सी मुस्कान से अपने सारे दर्द हर लेती है
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बेटी, तुम मेरी जिंदगी की मिठास हो
तुम्हारी मुस्कुराहट ही मेरी ताकत है
तुम हंसती हो तो जहान हंसता है
यूं ही हंसती, मुस्कुराती रहो
जिंदगी की मिठास हमेशा बनी रहे
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क्या कहूं कि
बेटियां क्या होती हैं
ये जो न हो तो बस
क़िस्मत सोती है।
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मुस्कुराता देख बेटी को मैंने पूछ लिया
कहने लगी पापा ने मुझको बेटा कहा है
Beti pe shayari
बेटी होने का कर्ज चुकाया
अब बहू होने का फर्ज निभा रही है
आज भी कहीं किसी कोने में वो
छुपकर अपने सारे ख़्वाब छुपा रही है
---
परिंदों की तरह रखा करो इन बेटियों को
ये पाज़ेब नहीं जो बाँधने से ही शोभा दे
बेटी होने का कर्ज चुकाया
अब बहू होने का फर्ज निभा रही है
आज भी कहीं किसी कोने में वो
छुपकर अपने सारे ख़्वाब छुपा रही है
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परिंदों की तरह रखा करो इन बेटियों को
ये पाज़ेब नहीं जो बाँधने से ही शोभा दे
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बेटे भाग्य से होते हैं
पर बेटियाँ सौभाग्य से होती हैं
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सारे जहां की खुशियाँ मैं तुझ पर लुटा दूं
जिस राह से तूं गुज़रे वहां फूल बिछा दूं
होगी विदा तूं जब भी मेरे आँगन से बेटी
ख्वाहिश है यही ज़मीं से लेकर पूरा आसमां सजा दूं
Beti ke liye shayari urdu
लाख गुलाब लगा लो
तुम अपने आँगन में
जीवन में खुशबू तो
बेटी के आने से ही होगी।
बेटे भाग्य से होते हैं
पर बेटियाँ सौभाग्य से होती हैं
---
सारे जहां की खुशियाँ मैं तुझ पर लुटा दूं
जिस राह से तूं गुज़रे वहां फूल बिछा दूं
होगी विदा तूं जब भी मेरे आँगन से बेटी
ख्वाहिश है यही ज़मीं से लेकर पूरा आसमां सजा दूं
Beti ke liye shayari urdu
लाख गुलाब लगा लो
तुम अपने आँगन में
जीवन में खुशबू तो
बेटी के आने से ही होगी।
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मुझे पापा से ज्यादा शाम अच्छी लगती हैं
क्योकि पापा तो सिर्फ खिलौने लाते हैं
पर शाम तो पापा को लाती हैं
---
मुझे पापा से ज्यादा शाम अच्छी लगती हैं
क्योकि पापा तो सिर्फ खिलौने लाते हैं
पर शाम तो पापा को लाती हैं
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लड़कियों के अरमानों को चूल्हें में झोकने की
अब तुम्हारी औकात नहीं होगी इन्हें रोकने की
अब तुम्हारी औकात नहीं होगी इन्हें रोकने की
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वो शाख है न फूल
अगर तितलियाँ न हों
वो घर भी कोई घर है
जहां बेटियां न हूँ
वो शाख है न फूल
अगर तितलियाँ न हों
वो घर भी कोई घर है
जहां बेटियां न हूँ
Beti shayari in urdu
पराया होकर भी कभी पराई नही होती
शायद इसलिए
कभी पिता से हँसकर बेटी की बिदाई नही होती
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ऐ-खुदा, मैं तेरा शुक्रिया बार-बार करती हूँ
अपनी बिटिया से मैं बहुत प्यार करती हूँ
रखना तूं उसे सलामत जब तक ये चाँद तारे हैं
बस यही दुआ मैं तुझसे हज़ार बार करती हूँ
पराया होकर भी कभी पराई नही होती
शायद इसलिए
कभी पिता से हँसकर बेटी की बिदाई नही होती
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ऐ-खुदा, मैं तेरा शुक्रिया बार-बार करती हूँ
अपनी बिटिया से मैं बहुत प्यार करती हूँ
रखना तूं उसे सलामत जब तक ये चाँद तारे हैं
बस यही दुआ मैं तुझसे हज़ार बार करती हूँ
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बाप और बेटी की एक
बात एक जैसी होती है
दोनों को अपनी गुड़िया से
बहुत प्यार होता है
बात एक जैसी होती है
दोनों को अपनी गुड़िया से
बहुत प्यार होता है
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सब ने पूछा बहु दहेज़ में क्या-क्या ले आई
किसी ने ना पूछा बेटी क्या-क्या छोड़ आई
Shayari beti ke liye
माँ-बाप का हमेशा ख्याल बेटियां रखती है
फिर क्यों परी-सी बेटी कोख में ही मरती है
सब ने पूछा बहु दहेज़ में क्या-क्या ले आई
किसी ने ना पूछा बेटी क्या-क्या छोड़ आई
Shayari beti ke liye
माँ-बाप का हमेशा ख्याल बेटियां रखती है
फिर क्यों परी-सी बेटी कोख में ही मरती है
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जिस घर मे होती है बेटियां
रौशनी हरपल रहती है वहा
हरदम सुख ही बरसे उस घर
मुस्कान बिखेरे बेटियां जहाँ
जिस घर मे होती है बेटियां
रौशनी हरपल रहती है वहा
हरदम सुख ही बरसे उस घर
मुस्कान बिखेरे बेटियां जहाँ
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बेटी है कुदरत का उपहार
जीने का इसको दो अधिकार
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यूं तो हर दिन खास है
जो मेरा परिवार मेरे साथ है
पर आज मुझे कुछ कहना है
मेरी बेटी मुझे गर्व है आप पर
और बेशुमार प्यार है।
Beti par shayari in hindi
किस्मत वाले है वो लोग
जिन्हें बेटियां नसीब होती है
ये सच है कि उन लोगों को
रब की मोहब्बत नसीब होती है
बेटी है कुदरत का उपहार
जीने का इसको दो अधिकार
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यूं तो हर दिन खास है
जो मेरा परिवार मेरे साथ है
पर आज मुझे कुछ कहना है
मेरी बेटी मुझे गर्व है आप पर
और बेशुमार प्यार है।
Beti par shayari in hindi
किस्मत वाले है वो लोग
जिन्हें बेटियां नसीब होती है
ये सच है कि उन लोगों को
रब की मोहब्बत नसीब होती है
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धन पराया होकर भी बेटी होती नहीं पराई
इसीलिए बिन रोये माँ-बाप बेटी की करते नहीं विदाई
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बेटियां दिल में बसकर धड़कनों को धड़काती है
और माँ-बाप के जीने की वजह बन जाती हैं
धन पराया होकर भी बेटी होती नहीं पराई
इसीलिए बिन रोये माँ-बाप बेटी की करते नहीं विदाई
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बेटियां दिल में बसकर धड़कनों को धड़काती है
और माँ-बाप के जीने की वजह बन जाती हैं
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माँ की मुस्कान है बेटियां
पिता की अभिमान है बेटियां
Emotional beti shayari
बेटी भार नही है आधार जीवन हैं उसका अधिकार
शिक्षा हैं उसका हथियार बढ़ाओ कदम करो स्वीकार
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बेटी जन्म पर रोक न लगाओ
बेटी पैदा होने की खुशिया मनाओ
माँ की मुस्कान है बेटियां
पिता की अभिमान है बेटियां
Emotional beti shayari
बेटी भार नही है आधार जीवन हैं उसका अधिकार
शिक्षा हैं उसका हथियार बढ़ाओ कदम करो स्वीकार
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बेटी जन्म पर रोक न लगाओ
बेटी पैदा होने की खुशिया मनाओ
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ख़ुश्बू बिखेरती फूल है बेटी
इंद्रधनुष का सुंदर रूप है बेटी
सुरों को सुंदर बनाने वाली साज है बेटी
हकीकत में इस धरती का ताज है बेटी
ख़ुश्बू बिखेरती फूल है बेटी
इंद्रधनुष का सुंदर रूप है बेटी
सुरों को सुंदर बनाने वाली साज है बेटी
हकीकत में इस धरती का ताज है बेटी
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माँ-बाप के जीवन में ये दिन भी आता हैं
जिगर का टुकड़ा ही एक दिन दूर हो जाता हैं
माँ-बाप के जीवन में ये दिन भी आता हैं
जिगर का टुकड़ा ही एक दिन दूर हो जाता हैं
Betiya shayari in hindi
जागरूक बनिए, सोच बदलिये और यही है सही
जो पैसे मांगते है उन्हें भीख दीजिये बेटी नहीं
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जागरूक बनिए, सोच बदलिये और यही है सही
जो पैसे मांगते है उन्हें भीख दीजिये बेटी नहीं
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जिस घर में बेटीया पैदा होती है
उस घर का पिता राजा होता है
क्योकि परिया पालने की औकात हर किसी की नहीं होती
उस घर का पिता राजा होता है
क्योकि परिया पालने की औकात हर किसी की नहीं होती
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बेटी बचाओ और जीवन सजाओ
बेटी पढ़ाओ और ख़ुशहाली बढ़ाओ
बेटी बचाओ और जीवन सजाओ
बेटी पढ़ाओ और ख़ुशहाली बढ़ाओ
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पूरे घर की जान होती हैं बेटियाँ
दो कुलों की मान होती है बेटियाँ
Beti papa quotes in hindi | Papa beti shayari
मुस्कुराता देख बेटी को मैंने पूछ लिया
कहने लगी पापा ने मुझको बेटा कहा है
पूरे घर की जान होती हैं बेटियाँ
दो कुलों की मान होती है बेटियाँ
Beti papa quotes in hindi | Papa beti shayari
मुस्कुराता देख बेटी को मैंने पूछ लिया
कहने लगी पापा ने मुझको बेटा कहा है
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मैं कली हूँ तुम्हारे घर की मुझे क्यूं बढ़ने नहीं देते
चलता है तुम्हारा वंश मुझसे मुझे क्यूँ पढ़ने नहीं देते
मैं कली हूँ तुम्हारे घर की मुझे क्यूं बढ़ने नहीं देते
चलता है तुम्हारा वंश मुझसे मुझे क्यूँ पढ़ने नहीं देते
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बेटियों के पास भी पंख होते है
कभी उनके अरमान देखों
एक मौका और थोड़ा सा हौसला दो
फिर उसकी ऊँची उड़ान देखो
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जितना भी देखो उसे
देखे थकती नहीं आंखे
साहब बेटियां होती ही है
खुदा की नियामते।
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बधाई हो साथ में अपने खुशियों की सौगात लाई है
नन्ही सी परी आज तुम्हारे घर पर आई है
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बेटी की हर ख्वाहिश कभी पूरी नहीं होती
फिर भी बेटियाँ कभी अधूरी नहीं होती
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बेटियाँ सब के मुक़द्दर में कहाँ होती हैं
घर खुदा को जो पसंद आये वहाँ होती हैं
बेटियों के पास भी पंख होते है
कभी उनके अरमान देखों
एक मौका और थोड़ा सा हौसला दो
फिर उसकी ऊँची उड़ान देखो
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जितना भी देखो उसे
देखे थकती नहीं आंखे
साहब बेटियां होती ही है
खुदा की नियामते।
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बधाई हो साथ में अपने खुशियों की सौगात लाई है
नन्ही सी परी आज तुम्हारे घर पर आई है
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बेटी की हर ख्वाहिश कभी पूरी नहीं होती
फिर भी बेटियाँ कभी अधूरी नहीं होती
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बेटियाँ सब के मुक़द्दर में कहाँ होती हैं
घर खुदा को जो पसंद आये वहाँ होती हैं