Dhoka shayari
धोखा तूने ऐसा दिया
मेरी जिंदगी का हर मकसद मुझसे छीन लिया
Dhoka tune aisa diya
meri zindagi ka har maksad mujhse cheen liya
धोखा तूने ऐसा दिया
मेरी जिंदगी का हर मकसद मुझसे छीन लिया
Dhoka tune aisa diya
meri zindagi ka har maksad mujhse cheen liya
अक्सर धोखा वही खाते है
जो जरूरत से ज्यादा किसी पर भरोसा करते है
Aksar dhoka vahi khate hai
jo jarurat se jyada kisi par bharosha karte hai
---
तकलीफ ये नही की किस्मत ने मुझे धोखा दिया
अफसोस तो ये हे की मेरा यकीन तुम पर था किस्मत पर नही
Takleef ye nahi kismat ne mujhe dhoka diya
afsos to ye hai ki mera yakeen tum par tha kismat par nahi
---
एक धोखा भी जरुरी है
अपने आप से मिलने के लिए
Ek dhoka bhi jaruri hai
apne aap se milne ke liye
जो जरूरत से ज्यादा किसी पर भरोसा करते है
Aksar dhoka vahi khate hai
jo jarurat se jyada kisi par bharosha karte hai
---
तकलीफ ये नही की किस्मत ने मुझे धोखा दिया
अफसोस तो ये हे की मेरा यकीन तुम पर था किस्मत पर नही
Takleef ye nahi kismat ne mujhe dhoka diya
afsos to ye hai ki mera yakeen tum par tha kismat par nahi
---
एक धोखा भी जरुरी है
अपने आप से मिलने के लिए
Ek dhoka bhi jaruri hai
apne aap se milne ke liye
---
धोखा भी बादाम की तरह है
जितना खाओगे उतनी अक्ल आती है
Dhoka bhi badam ki tarah hai
jitna khaoge utni akl aati hai
---
जिसने भी किसी अपनों से धोखा खाया है
उसने अपनी तकदीर अपने हाथों से बनाया है
Jisne bhi kisi apno se dhoka khaya hai
usne apni takdeer apne haatho se banaya hai
धोखा भी बादाम की तरह है
जितना खाओगे उतनी अक्ल आती है
Dhoka bhi badam ki tarah hai
jitna khaoge utni akl aati hai
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जिसने भी किसी अपनों से धोखा खाया है
उसने अपनी तकदीर अपने हाथों से बनाया है
Jisne bhi kisi apno se dhoka khaya hai
usne apni takdeer apne haatho se banaya hai
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जो जले थे हमारे लिऐ बुझ रहे हैवो सारे दिये
कुछ अंधेरों की थी साजिशें कुछ उजालों ने धोखे दिये
Jo jale the hamare liye bujh rahe hai wo sare diye
kuch anderon ki thi sajishen kuch ujalon ne dhoke diye
---
ज़िंदगी सँवारने के लिए
ज़िंदगी में धोखा खाना बहुत जरुरी है
Zindagi savarne ke liye
zindagi me dhoka khana bahut jaruri hai
---
अब डर नहीं लगता कुछ खोने को
मैने ज़िन्दगी में ज़िन्दगी को खोया है
Ab dar nahi lagta kuch khone ko
maine zindagi me zindagi ko khoya hai
---
धोखा देना मजबूरी हो
तब भी किसी को धोखा मत दीजिए
Dhoka dena majburi ho
tab bhi kisi ko dhoka mat dijiye
---
जो जले थे हमारे लिऐ बुझ रहे हैवो सारे दिये
कुछ अंधेरों की थी साजिशें कुछ उजालों ने धोखे दिये
Jo jale the hamare liye bujh rahe hai wo sare diye
kuch anderon ki thi sajishen kuch ujalon ne dhoke diye
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ज़िंदगी सँवारने के लिए
ज़िंदगी में धोखा खाना बहुत जरुरी है
Zindagi savarne ke liye
zindagi me dhoka khana bahut jaruri hai
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अब डर नहीं लगता कुछ खोने को
मैने ज़िन्दगी में ज़िन्दगी को खोया है
Ab dar nahi lagta kuch khone ko
maine zindagi me zindagi ko khoya hai
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धोखा देना मजबूरी हो
तब भी किसी को धोखा मत दीजिए
Dhoka dena majburi ho
tab bhi kisi ko dhoka mat dijiye
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ज़िन्दगी में एक पल भी सुकून न पाया
दुनिया की इस भीड़ में खुद को तनहा न पाया
तेरे दिए ज़ख्मो को प्यार समझते रहे
तेरे धोके में आके किसी से दिल न लगाया
Zindagi me ek pal bhi sukun na paya
duniya ki is bheed me khud ko tanha na paaya
tere diye zakhmo ko pyar samjhte rahe
tere dhoke me aake kisi se dil na lagaya
दुनिया की इस भीड़ में खुद को तनहा न पाया
तेरे दिए ज़ख्मो को प्यार समझते रहे
तेरे धोके में आके किसी से दिल न लगाया
Zindagi me ek pal bhi sukun na paya
duniya ki is bheed me khud ko tanha na paaya
tere diye zakhmo ko pyar samjhte rahe
tere dhoke me aake kisi se dil na lagaya
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जो अपने माँ-बाप को धोखा दे सकता है
वो किसी को भी धोखा दे सकता है
Jo apne maa-baap ko dhoka de sakta hai
wo kisi ko bhi dhoka de sakta hai
---
जो अपने माँ-बाप को धोखा दे सकता है
वो किसी को भी धोखा दे सकता है
Jo apne maa-baap ko dhoka de sakta hai
wo kisi ko bhi dhoka de sakta hai
---
सब कुछ मिला बस खुदा के सिवा
ज़िन्दगी बहुत पसंद आयी रुस्वाई के सिवा
मेरी चाहत का एहसास भी ना होगा
उसकी हर अदा पसंद आयी बेवफाई के सिवा
Sab kuch mila bas khuda ke siva
zindagi bahut pasand aai rusvai ke siva
meri chahat ka ehsas bhi na hoga
uski har ada pasand aai bevafai ke siva
Dhoka Shayari In english
धोखा मजबूरी में दिया जाए
तो माफ़ किया जा सकता है
Dhoka majburi me diya jaye
to maaf kiya ja sakta hai
ज़िन्दगी बहुत पसंद आयी रुस्वाई के सिवा
मेरी चाहत का एहसास भी ना होगा
उसकी हर अदा पसंद आयी बेवफाई के सिवा
Sab kuch mila bas khuda ke siva
zindagi bahut pasand aai rusvai ke siva
meri chahat ka ehsas bhi na hoga
uski har ada pasand aai bevafai ke siva
Dhoka Shayari In english
धोखा मजबूरी में दिया जाए
तो माफ़ किया जा सकता है
Dhoka majburi me diya jaye
to maaf kiya ja sakta hai
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प्यार के बदले मुझे धोखा मिला
फिर भी नहीं तुमसे कोई गिला
बस दुआ है जिससे तुम प्यार करो
वो तुम्हे कभी ना दे रुला
Pyar ke badle mujhe dhoka mila
fir bhi nahi tumse koi gila
bas dua hai jisse tum pyar karo
wo tumhe kabhi na de rula
---
बड़ी धोखेबाज़ी की तुमने इश्क़ में
खुशियां अपने हिस्से और गम मेरे नाम कर दिया
Badi dhokebaji ki tumne ishq me
khushiya apne hisse aur gum mere naam kar diya
---
साथ रहना था ही नहीं तो
तुमने हमसे नाता क्यों जोड़ा
हमे धोका देकर तुमने
हमे कही का नहीं छोड़ा
Sath rehna tha hi nahi to
tumne humse nata kyun joda
hume dhoka dekar tumne
hume kahi ka nahi chodha
Dhoka Shayari Hindi
प्यार के बदले मुझे धोखा मिला
फिर भी नहीं तुमसे कोई गिला
बस दुआ है जिससे तुम प्यार करो
वो तुम्हे कभी ना दे रुला
Pyar ke badle mujhe dhoka mila
fir bhi nahi tumse koi gila
bas dua hai jisse tum pyar karo
wo tumhe kabhi na de rula
---
बड़ी धोखेबाज़ी की तुमने इश्क़ में
खुशियां अपने हिस्से और गम मेरे नाम कर दिया
Badi dhokebaji ki tumne ishq me
khushiya apne hisse aur gum mere naam kar diya
---
साथ रहना था ही नहीं तो
तुमने हमसे नाता क्यों जोड़ा
हमे धोका देकर तुमने
हमे कही का नहीं छोड़ा
Sath rehna tha hi nahi to
tumne humse nata kyun joda
hume dhoka dekar tumne
hume kahi ka nahi chodha
Dhoka Shayari Hindi
पहचान ने में भूल हुई मुझसे
धोखा देना शायद तुम्हारी फितरत ही थी
Pehchan ne me bhool hui mujhse
dhoka dena shayad tumhari fitrat hi thi
---
धोखा देना शायद तुम्हारी फितरत ही थी
Pehchan ne me bhool hui mujhse
dhoka dena shayad tumhari fitrat hi thi
---
धोखा देकर ऐसे चले गए
जैसे कभी जानते ही नहीं थे
अब ऐसे नफरत जताते हो
जैसे प्यार को मानते ही नहीं थे
Dhoka dekar aise chale gaye
jaise kabhi jante hi nahi the
ab aise nafrat jatate ho
jaise pyar ko mante hi nahi the
---
बड़ी अजीब फितरत है अधूरे इश्क़ की
किसी को तो धोखेबाज़ होना ही पड़ता है
Badi ajeeb fitrat hai adhure ishq ki
kisi ko to dhokebaj hona hi padta hai
---
साथ जीने मरने का वादा था
मर के भी साथ न छोड़ने का दा था
सारी बातों से तू मुखर क्यूँ गयी
ए सनम तू मुझे धोका दे कर चली गयी
Sath jine marne ka vada tha
mar ke bhi sath na chodhne ka vada tha
saari baato se tu mukhar kyu gayi
a sanam tu mujhe dhoka de kar chali gai
पति से धोखा शायरी
---
धोखा देना आखरी विकल्प कभी नहीं होता
Dhoka dena akhiri vikalp kabhi nahi hota
---
तेरे हर झूठ पे यकीन मैंने किया
तूने तो बाद मे पहले मैंने ही खुद को धोखा दिया
Tere har jhooth pe yakeen maine kiya
tune to baad me pehle maine hi khud ko dhoka diya
---
गैरों से बदतर होते है
वो जो अपनों को ही धोखा देते है
Gairon se badtar hote hai
Wo jo apno ko hi dhoka dete hai
---
चलो धोका ही था तुम्हारा इश्क
सब झूठ था, तो झूठ अपनी जुबा को कहने देते
मै खुश था, मुझे धोखे में ही रहने देते
Chalo dhoka hi tha tumhara ishq
sab jhooth tha to jhooth apni juba ko kehne dete
main khush tha mujhe dhoke me hi rehne dete
---
दिल के करीब लोगों से सावधान रहा कीजिए
क्योंकि उन्होंने अगर धोखा दिया तो आप बर्दाश्त नहीं कर पाएंगे
Dil ke karib logo se savdhan raha kijiye
kyunki unhone agar dhoka diya to aap bardasht nahi kar payenge
---
दर्द इतना था ज़िंदगी में कि धड़कन साथ देने से घबरा गयी
आँखे बंद थी किसी की याद में और मौत धोखा खा गयी
Dard itna tha zindagi me ki dhadkan sath dene se ghabra gai
aankhe band thi kisi ki yaad me aur mout dhoka kha gai
---
कर्ज़दार हूँ मैं कुछ लोगों का, क्योंकि
उनके दिये धोखे के बाद ही मेरी अक्ल ठिकाने आई है
Karjdar hoon main kuch logo ka kyunki
unke diye dhoke ke baad hi meri akal thikane aai hai
Love me dhoka shayari english
तुमको कोई ऐसा मौका देते की तुम धोका देते
अच्छा होता बेडियो से बाँध कर अपने गिरफ्त में रखते
Tumko koi aisa mouka dete ki tum dhoka dete
achcha hota bediyon se bandh kar apne giraft me rakhte
---
धोखा अक्सर मतलब पूरा होने के बाद ही दिया जाता है
Dhoka aksar matlab pura hone ke baad hi diya jata hai
---
अपनों की फितरत में ही है धोखा देना
क्यूंकि गैरों से मिले धोखे का तो दर्द भी नहीं होता
Apno ki fitrat me hi hai dhoka dena
kyunki gairo se mile dhoke ka to dard bhi nahi hota
Pyar me dhoka shayari dosti
दोस्त थोड़े कम ही बनाये
लेकिन धोखेबाज़ दोस्तों से दूर रहें
Dost thode kam hi banaye
lekin dhokebaaj doston se door rahe
---
जो जले थे हमारे लिऐ बुझ रहे है
वो सारे दिये, कुछ अंधेरों की थी
साजिशें कुछ उजालों ने धोखे दिये
Jo jale the hamare liye bujh rahe hai
wo sare diye kuch andheron ki thi
sajishon kuch ujalon ne dhoke diye
---
एक आईना ही है
जिसने आज तक किसी इंसान को धोखा नहीं दिया
Ek aaina hi hai
Jisne aaj tak kisi insan ko dhoka nahi diya
Dhokha dene wali shayari
तुमसे प्यार तो ना मिला ये धोखा ही निशानी है
बरसों गुज़र गए पर अधूरी हमारी कहानी है
Tumse pyar to na mila ye dhoka hi nishani hai
barson gujar gaye par adhuri hamari kahani hai
जैसे कभी जानते ही नहीं थे
अब ऐसे नफरत जताते हो
जैसे प्यार को मानते ही नहीं थे
Dhoka dekar aise chale gaye
jaise kabhi jante hi nahi the
ab aise nafrat jatate ho
jaise pyar ko mante hi nahi the
---
बड़ी अजीब फितरत है अधूरे इश्क़ की
किसी को तो धोखेबाज़ होना ही पड़ता है
Badi ajeeb fitrat hai adhure ishq ki
kisi ko to dhokebaj hona hi padta hai
---
साथ जीने मरने का वादा था
मर के भी साथ न छोड़ने का दा था
सारी बातों से तू मुखर क्यूँ गयी
ए सनम तू मुझे धोका दे कर चली गयी
Sath jine marne ka vada tha
mar ke bhi sath na chodhne ka vada tha
saari baato se tu mukhar kyu gayi
a sanam tu mujhe dhoka de kar chali gai
पति से धोखा शायरी
---
धोखा देना आखरी विकल्प कभी नहीं होता
Dhoka dena akhiri vikalp kabhi nahi hota
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तेरे हर झूठ पे यकीन मैंने किया
तूने तो बाद मे पहले मैंने ही खुद को धोखा दिया
Tere har jhooth pe yakeen maine kiya
tune to baad me pehle maine hi khud ko dhoka diya
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गैरों से बदतर होते है
वो जो अपनों को ही धोखा देते है
Gairon se badtar hote hai
Wo jo apno ko hi dhoka dete hai
---
चलो धोका ही था तुम्हारा इश्क
सब झूठ था, तो झूठ अपनी जुबा को कहने देते
मै खुश था, मुझे धोखे में ही रहने देते
Chalo dhoka hi tha tumhara ishq
sab jhooth tha to jhooth apni juba ko kehne dete
main khush tha mujhe dhoke me hi rehne dete
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दिल के करीब लोगों से सावधान रहा कीजिए
क्योंकि उन्होंने अगर धोखा दिया तो आप बर्दाश्त नहीं कर पाएंगे
Dil ke karib logo se savdhan raha kijiye
kyunki unhone agar dhoka diya to aap bardasht nahi kar payenge
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दर्द इतना था ज़िंदगी में कि धड़कन साथ देने से घबरा गयी
आँखे बंद थी किसी की याद में और मौत धोखा खा गयी
Dard itna tha zindagi me ki dhadkan sath dene se ghabra gai
aankhe band thi kisi ki yaad me aur mout dhoka kha gai
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कर्ज़दार हूँ मैं कुछ लोगों का, क्योंकि
उनके दिये धोखे के बाद ही मेरी अक्ल ठिकाने आई है
Karjdar hoon main kuch logo ka kyunki
unke diye dhoke ke baad hi meri akal thikane aai hai
Love me dhoka shayari english
तुमको कोई ऐसा मौका देते की तुम धोका देते
अच्छा होता बेडियो से बाँध कर अपने गिरफ्त में रखते
Tumko koi aisa mouka dete ki tum dhoka dete
achcha hota bediyon se bandh kar apne giraft me rakhte
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धोखा अक्सर मतलब पूरा होने के बाद ही दिया जाता है
Dhoka aksar matlab pura hone ke baad hi diya jata hai
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अपनों की फितरत में ही है धोखा देना
क्यूंकि गैरों से मिले धोखे का तो दर्द भी नहीं होता
Apno ki fitrat me hi hai dhoka dena
kyunki gairo se mile dhoke ka to dard bhi nahi hota
Pyar me dhoka shayari dosti
दोस्त थोड़े कम ही बनाये
लेकिन धोखेबाज़ दोस्तों से दूर रहें
Dost thode kam hi banaye
lekin dhokebaaj doston se door rahe
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जो जले थे हमारे लिऐ बुझ रहे है
वो सारे दिये, कुछ अंधेरों की थी
साजिशें कुछ उजालों ने धोखे दिये
Jo jale the hamare liye bujh rahe hai
wo sare diye kuch andheron ki thi
sajishon kuch ujalon ne dhoke diye
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एक आईना ही है
जिसने आज तक किसी इंसान को धोखा नहीं दिया
Ek aaina hi hai
Jisne aaj tak kisi insan ko dhoka nahi diya
Dhokha dene wali shayari
तुमसे प्यार तो ना मिला ये धोखा ही निशानी है
बरसों गुज़र गए पर अधूरी हमारी कहानी है
Tumse pyar to na mila ye dhoka hi nishani hai
barson gujar gaye par adhuri hamari kahani hai
---
धोखा देने वाला से बड़ी गलती धोखा खाने वाले की होती है
आँखें बंद कर के विश्वास कर लेना
Dhoka dene wala se badi galti dhoka khane wale ki hoti hai
aankhe band kar ke vishvas kar lena
---
साथ जीने मरने का वादा था
मर के भी साथ न छोड़ने का वादा था
सारी बातों से तू मुखर क्यूँ गयी
ए सनम तू मुझे धोका दे कर चली गयी
Sath jine marne ka vada tha
mar ke bhi sath na chodhne ka vada tha
saari baaton se tu mukhar kyun gai
A sanam tu mujhe dhoka de kar chali gai
---
धोखा मिले कोई बात नहीं
लेकिन आप उन गलतियों से जरूर सीख लें
Dhoka mile koi baat nahi
lekin aap un galtiyon se jarur seekh le
धोखा शायरी हिंदी में
हम दोनों ही धोखा खा गए
हमने तुम्हे औरों से अलग समझा और तुमने हमे औरों जैसा
Hum dono hi dhoka kha gaye
humne tumhe auro se alag samjha aur tumne hume auron jaisa
---
धोखा खाकर इंसान जो सीख लेता है
वो सीख उसे दुनिया के किसी किताब से नहीं मिल सकती
Dhoka khakar insan jo seekh leta hai
wo seekh use duniya ke kisi kitab se nahi mil sakti
---
कुछ लोग इतने गरीब होते है की
देने के लिए कुछ नहीं होता तो धोखा दे देते है
Kuch log itne garib hote hai ki
dene ke liye kuch nahi hota to dhoka de dete hai
Dhoka shayari 2 line
धोखेबाज़ को एक बार धन्यवाद तो जरूर ही बोलियेगा
क्योंकि आप उससे वक्त रहते बच गए
Dhokebaaj ko ek bar dhanybaad to jarur hi boliyega
kyunki aap usse waqt rehte bach gaye
तुमने प्यार ना सही पर
तुम्हारे धोखे ने मुझे बहुत हिम्मत दी है
Tumne pyar na sahi par
Tumhare dhoke ne mujhe bahut himmat di
---
मैंने प्यार जितनी तसल्ली से किया
उसने धोखा भी बहुत मज़े से दिया
Maine pyar jitni taslli se kiya
usne dhoka bhi bahut maje se diya
---
इश्क में इसलिए भी धोखा खानें लगें हैं लोग
दिल की जगह जिस्म को चाहनें लगे हैं लोग
Ishq me isiliye bhi dhoka khane lage hai log
dil ki jagah jism ko chahne lage hai log
धोखा दिया शायरी free
बड़े किस्मत वाले होते है वो लोग
जिनको प्यार और दोस्ती में
धोखेबाज़ी का शिकार नहीं बनना पड़ता है
Bade kismat wale hote hai wo log
jinko pyar aur dosti me
dhokebaaji ka shikar nahi banna padta hai
---
वो मासूम चेहरा मेरे ज़ेहन से निकलता ही नहीं
दिल को कैसे समझाऊ कि धोखेबाज़ था वो
Wo masoom chehra mere jehan se nikalta hi nahi
dil ko kaise samjhau ki dhokebaaj tha wo
---
धोखा देना बहुत बड़े गुनाहों में से एक है
Dhoka dena bahut bade gunaho me se ek hai
---
धोखा देने वाला से बड़ी गलती धोखा खाने वाले की होती है
आँखें बंद कर के विश्वास कर लेना
Dhoka dene wala se badi galti dhoka khane wale ki hoti hai
aankhe band kar ke vishvas kar lena
---
साथ जीने मरने का वादा था
मर के भी साथ न छोड़ने का वादा था
सारी बातों से तू मुखर क्यूँ गयी
ए सनम तू मुझे धोका दे कर चली गयी
Sath jine marne ka vada tha
mar ke bhi sath na chodhne ka vada tha
saari baaton se tu mukhar kyun gai
A sanam tu mujhe dhoka de kar chali gai
---
धोखा मिले कोई बात नहीं
लेकिन आप उन गलतियों से जरूर सीख लें
Dhoka mile koi baat nahi
lekin aap un galtiyon se jarur seekh le
धोखा शायरी हिंदी में
हम दोनों ही धोखा खा गए
हमने तुम्हे औरों से अलग समझा और तुमने हमे औरों जैसा
Hum dono hi dhoka kha gaye
humne tumhe auro se alag samjha aur tumne hume auron jaisa
---
धोखा खाकर इंसान जो सीख लेता है
वो सीख उसे दुनिया के किसी किताब से नहीं मिल सकती
Dhoka khakar insan jo seekh leta hai
wo seekh use duniya ke kisi kitab se nahi mil sakti
---
कुछ लोग इतने गरीब होते है की
देने के लिए कुछ नहीं होता तो धोखा दे देते है
Kuch log itne garib hote hai ki
dene ke liye kuch nahi hota to dhoka de dete hai
Dhoka shayari 2 line
धोखेबाज़ को एक बार धन्यवाद तो जरूर ही बोलियेगा
क्योंकि आप उससे वक्त रहते बच गए
Dhokebaaj ko ek bar dhanybaad to jarur hi boliyega
kyunki aap usse waqt rehte bach gaye
तुमने प्यार ना सही पर
तुम्हारे धोखे ने मुझे बहुत हिम्मत दी है
Tumne pyar na sahi par
Tumhare dhoke ne mujhe bahut himmat di
---
मैंने प्यार जितनी तसल्ली से किया
उसने धोखा भी बहुत मज़े से दिया
Maine pyar jitni taslli se kiya
usne dhoka bhi bahut maje se diya
---
इश्क में इसलिए भी धोखा खानें लगें हैं लोग
दिल की जगह जिस्म को चाहनें लगे हैं लोग
Ishq me isiliye bhi dhoka khane lage hai log
dil ki jagah jism ko chahne lage hai log
धोखा दिया शायरी free
बड़े किस्मत वाले होते है वो लोग
जिनको प्यार और दोस्ती में
धोखेबाज़ी का शिकार नहीं बनना पड़ता है
Bade kismat wale hote hai wo log
jinko pyar aur dosti me
dhokebaaji ka shikar nahi banna padta hai
---
वो मासूम चेहरा मेरे ज़ेहन से निकलता ही नहीं
दिल को कैसे समझाऊ कि धोखेबाज़ था वो
Wo masoom chehra mere jehan se nikalta hi nahi
dil ko kaise samjhau ki dhokebaaj tha wo
---
धोखा देना बहुत बड़े गुनाहों में से एक है
Dhoka dena bahut bade gunaho me se ek hai
---
धोखा देती है अक्सर मासूम चेहरे की चमक
हर काँच के टुकड़े को हीरा नहीं कहते
Dhoka deti hai aksar masoom chehre ki chamak
har kaanch ke tukde ko hira nahi kehte
हर काँच के टुकड़े को हीरा नहीं कहते
Dhoka deti hai aksar masoom chehre ki chamak
har kaanch ke tukde ko hira nahi kehte
---
एक बार किसी के धोखे से दिल टूट जाए
तो शायद ही फिर जुड़ पाता है
Ek baar kisi ke dhoke se dil tut jaye
ti shayad hi fir jud pata hai
---
वो शख्स बड़ा मासूम था मोहब्बत से पहले
पता नहीं क्यू दिल में बसते ही धोखेबाज़ हो गया
Wo shaksh bada masoom tha mohabbat se pehle
pata nahi kyun dil me baste hi dhokebaaj ho gaya
---
आप एक इंसान को कभी धोखा नहीं दे सकते
वो है खुद आप
Aap ek insaan ko kabhi dhoka nahi de sakte
wo hai khud aap
प्यार में धोखा बेवफा शायरी
कितने मकसदो के साथ जी रहे थे हम
उस बेवफा ने धोखा क्या दिया
मेरी जिंदगी का हर मकसद हमसे छीन लिया
Kitne maksado ke sath ji rahe the hum
us bewafa ne dhoka kya diya
meri zindagi ka har maksad humse cheen liya
---
तो शायद ही फिर जुड़ पाता है
Ek baar kisi ke dhoke se dil tut jaye
ti shayad hi fir jud pata hai
---
वो शख्स बड़ा मासूम था मोहब्बत से पहले
पता नहीं क्यू दिल में बसते ही धोखेबाज़ हो गया
Wo shaksh bada masoom tha mohabbat se pehle
pata nahi kyun dil me baste hi dhokebaaj ho gaya
---
आप एक इंसान को कभी धोखा नहीं दे सकते
वो है खुद आप
Aap ek insaan ko kabhi dhoka nahi de sakte
wo hai khud aap
प्यार में धोखा बेवफा शायरी
कितने मकसदो के साथ जी रहे थे हम
उस बेवफा ने धोखा क्या दिया
मेरी जिंदगी का हर मकसद हमसे छीन लिया
Kitne maksado ke sath ji rahe the hum
us bewafa ne dhoka kya diya
meri zindagi ka har maksad humse cheen liya
---
अपनी पीठ से निकले खंज़रों को जब गिना मैंने
ठीक उतने ही निकले जितना तुझे गले लगाया था
Apni peeth se nikle khanjro ko jab gina maine
theek utne hi nikle jitna tujhe gale lagaya tha
प्यार में धोखा बेवफा शायरी
प्यार के बदले मुझे धोखा मिला
फिर भी नहीं तुमसे कोई गिला
बस दुआ है जिससे तुम प्यार करो
वो तुम्हे कभी ना दे रुला
Pyar ke badle mujhe dhoka mila
fir bhi nahi tumse koi gila
bas dua hai jisse tum pyar karo
wo tumhe kabhi na de rula
Dhokebaaz Shayari
जीवन जीने का मन नहीं करता
सांस लेने का मन नहीं करता
तुमसे धोखा खाने के बाद
कुछ खाने का मन नहीं करता
Jivan jeene ka man nahi karta
saans lene ka man nahi karta
tumse dhoka khane ke baad
much khane ka man nahi karta
---
ज़िन्दगी में एक बात हमेशा याद रखना
धोखा न देना किसी को , धोखे में बड़ी जान होती है
यह कभी नहीं मरता घूम कर वापिस एक दिन
आप के पास ही पहुंच जाता है
क्यूँ की इसे अपने ठिकाने से बहुत मोहब्बत होती है
Zindagi me ek baat hamesha yaad rakhne
Dhoka na dena kisi ko dhoke me badi jaan hoti hai
yah kabhi nahi marta ghoom kar vapis ek din
aap ke paas hi pahunch jata hai
kyunki ise apne thikane se bahut mohabbat hoti hai
---
पहले इश्क़ फिर धोखा फिर बेवफाई
बड़ी तरकीब से एक इश्क़ ने तबाह कर दिया
Pehle ishq fir dhoka fir bewafai
Badi tarkeeb se ek ishq ne tabah kar diya
पीठ पीछे धोखा शायरी
दिल टुटा है आज भी,पर दर्द नहीं हुआ
क्या करे अब तो धोखा खाना,एक आदत सी बन गयी है
Dil tuta hai aaj bhi par dard nahi hua
kya kare ab to dhoka khana ek adat si ban gai hai
---
उस धोकेबाज़ ने बेशक मेरा दिल तोडा
मगर दिल के उन्ही टुकडो में आज भी वो धोकेबाज़ बसा है
Us dhokebaj ne beshak mera dil toda
magar dil ke unhi tukdon me aaj bhi wo dhokebaaj basa hai
---
धोखा देकर ऐसे चले गए
जैसे कभी जानते ही नहीं थे
अब ऐसे नफरत जताते हो
जैसे प्यार को मानते ही नहीं थे
Dhoka dekar aise chale gaye
jaise kabhi jante hi nahi the
ab aise nafrat jatate ho
jaise pyar ko mante hi nahi the
---
2 सच्चे दिल जब मिलते है
तो धोखे का वजूद नहीं छोड़ते
Do sachche dil jab milte hai
to dhoke ka vajood nahi chodhte
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जितना गहरा भरोसा था उन पर
उससे भी गहरा धोखा देकर चले गए वो
Jitna gehra bharosha tha un par
usse bhi gehra dhoka dekar chale gaye wo
अपनों से धोखा शायरी इन हिंदी
मुझ पर हक तुमने उस दिन खो दिया था
जिस दिन तुमने मुझे धोखा दिया था
Mujh par hak tumne us din kho diya tha
jis din tumne mujhe dhoka diya tha
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बहुत धोखा मिलता है उन लोगों को
जो दिल के साफ़ होते है
Bahut dhoka milta hai un logo ko
jo dil ke saaf hote hai
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दीवानगी का सितम तो देखो
कि धोखा मिलने के बाद भी चाहते है हम उनको
Diwangi ka sitam to dekho
ki dhoka milne ke baad bhi chahte hai hum unko
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पहले इश्क़ फिर धोखा फिर बेवफाई
बड़ी तरकीब से एक इश्क़ ने तबाह कर दिया
Pehle ishq fir dhoka fir bewafai
badi tarkib se ek ishq ne tabah kar diya
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दुनिया को धोखे में रखो
अपने आप को नहीं
Duniya ko dhoke me rakho
apne aap ko nahi
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तुमने हमें धोखा दिया,मगर तुम्हे प्यार मिले
मुझसे भी ज़्यादा दीवाना,तुम्हे कोई यार मिले
Tumne hume dhoka diya magar tumhe pyar mile
Mujhse bhi jyada diwana tumhe koi yar mile
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धोखा देने वाले अक्लमंद होते
भरोसा करने वाले गुनेहगार
ये नई दुनिया की नई रीत है
Dhoka dene wale akalmand hote
bharosha karne wale gunehgar
ye nai duniya ki nai reet hai
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उन्होंने हमें आजमाकर देख लिया
इक धोखा हमने भी खा कर देख लिया
क्या हुआ हम हुए जो उदास
उन्होंने तो अपना दिल बहला के देख लिया
Unhone hume ajmakar dekh liya
ek dhoka humne bhi kha kar dekh kiya
kya hua hum huye jo udas
unhone to apna dil behla ke dekh liya
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हर धोखेबाज़ अपने परवरिश बयान करता है
Har dhokebaaj apne parvarish bayan karta hai
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ज़िन्दगी में एक पल भी सुकून न पाया
दुनिया की इस भीड़ में खुद को तनहा न पाया
तेरे दिए ज़ख्मो को प्यार समझते रहे
तेरे धोके में आके किसी से दिल न लगाया
Zindagi me ek pal bhi sukoon na paya
duniya ki is bheed me khud ko tanha na paya
tere diye zakhmo ko pyar samjhte rahe
tere dhoke me aapke kisi se dil na lagaya
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एक इंसान पूरी दुनिया को धोखा दे सकता है
अपने आप को नहीं
Ek insaan puri duniya ko dhoka de sakta hai
apne aap ko nahi
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भरोसा जितना कीमती होता है
धोका उतना ही महंगा हो जाता है
ईमानदारी का दाम कोन जाने
यहां हर बेइमान राजा हो जाता है
Bharosha jitna kimti hota hai
dhoka utna hi mehanga ho jata hai
imandari ka dam koun jane
yahan har beiman raja ho jata hai
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हर धोखा देने वाला धोखेबाज़ नहीं होता
कुछ किस्मत का भी लिखा होता है
Har dhoka dene wala dhokebaj nahi hota
kuch kismat ka bhi likha hota hai
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जबसे प्यार में धोका खाया है
हर हुस्न वालों से डर लगता है
पहले अंधेरे की आदत नहीं थी मुझे
अभी उजालों से डर लगता है
Jabse pyar me dhoka khaya hai
har husn walo se dar lagta hai
pehle andhere ki aadat nahi thi mujhe
abhi ujalon se dar lagta hai
ठीक उतने ही निकले जितना तुझे गले लगाया था
Apni peeth se nikle khanjro ko jab gina maine
theek utne hi nikle jitna tujhe gale lagaya tha
प्यार में धोखा बेवफा शायरी
प्यार के बदले मुझे धोखा मिला
फिर भी नहीं तुमसे कोई गिला
बस दुआ है जिससे तुम प्यार करो
वो तुम्हे कभी ना दे रुला
Pyar ke badle mujhe dhoka mila
fir bhi nahi tumse koi gila
bas dua hai jisse tum pyar karo
wo tumhe kabhi na de rula
Dhokebaaz Shayari
जीवन जीने का मन नहीं करता
सांस लेने का मन नहीं करता
तुमसे धोखा खाने के बाद
कुछ खाने का मन नहीं करता
Jivan jeene ka man nahi karta
saans lene ka man nahi karta
tumse dhoka khane ke baad
much khane ka man nahi karta
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ज़िन्दगी में एक बात हमेशा याद रखना
धोखा न देना किसी को , धोखे में बड़ी जान होती है
यह कभी नहीं मरता घूम कर वापिस एक दिन
आप के पास ही पहुंच जाता है
क्यूँ की इसे अपने ठिकाने से बहुत मोहब्बत होती है
Zindagi me ek baat hamesha yaad rakhne
Dhoka na dena kisi ko dhoke me badi jaan hoti hai
yah kabhi nahi marta ghoom kar vapis ek din
aap ke paas hi pahunch jata hai
kyunki ise apne thikane se bahut mohabbat hoti hai
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पहले इश्क़ फिर धोखा फिर बेवफाई
बड़ी तरकीब से एक इश्क़ ने तबाह कर दिया
Pehle ishq fir dhoka fir bewafai
Badi tarkeeb se ek ishq ne tabah kar diya
पीठ पीछे धोखा शायरी
दिल टुटा है आज भी,पर दर्द नहीं हुआ
क्या करे अब तो धोखा खाना,एक आदत सी बन गयी है
Dil tuta hai aaj bhi par dard nahi hua
kya kare ab to dhoka khana ek adat si ban gai hai
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उस धोकेबाज़ ने बेशक मेरा दिल तोडा
मगर दिल के उन्ही टुकडो में आज भी वो धोकेबाज़ बसा है
Us dhokebaj ne beshak mera dil toda
magar dil ke unhi tukdon me aaj bhi wo dhokebaaj basa hai
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धोखा देकर ऐसे चले गए
जैसे कभी जानते ही नहीं थे
अब ऐसे नफरत जताते हो
जैसे प्यार को मानते ही नहीं थे
Dhoka dekar aise chale gaye
jaise kabhi jante hi nahi the
ab aise nafrat jatate ho
jaise pyar ko mante hi nahi the
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2 सच्चे दिल जब मिलते है
तो धोखे का वजूद नहीं छोड़ते
Do sachche dil jab milte hai
to dhoke ka vajood nahi chodhte
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जितना गहरा भरोसा था उन पर
उससे भी गहरा धोखा देकर चले गए वो
Jitna gehra bharosha tha un par
usse bhi gehra dhoka dekar chale gaye wo
अपनों से धोखा शायरी इन हिंदी
मुझ पर हक तुमने उस दिन खो दिया था
जिस दिन तुमने मुझे धोखा दिया था
Mujh par hak tumne us din kho diya tha
jis din tumne mujhe dhoka diya tha
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बहुत धोखा मिलता है उन लोगों को
जो दिल के साफ़ होते है
Bahut dhoka milta hai un logo ko
jo dil ke saaf hote hai
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दीवानगी का सितम तो देखो
कि धोखा मिलने के बाद भी चाहते है हम उनको
Diwangi ka sitam to dekho
ki dhoka milne ke baad bhi chahte hai hum unko
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पहले इश्क़ फिर धोखा फिर बेवफाई
बड़ी तरकीब से एक इश्क़ ने तबाह कर दिया
Pehle ishq fir dhoka fir bewafai
badi tarkib se ek ishq ne tabah kar diya
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दुनिया को धोखे में रखो
अपने आप को नहीं
Duniya ko dhoke me rakho
apne aap ko nahi
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तुमने हमें धोखा दिया,मगर तुम्हे प्यार मिले
मुझसे भी ज़्यादा दीवाना,तुम्हे कोई यार मिले
Tumne hume dhoka diya magar tumhe pyar mile
Mujhse bhi jyada diwana tumhe koi yar mile
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धोखा देने वाले अक्लमंद होते
भरोसा करने वाले गुनेहगार
ये नई दुनिया की नई रीत है
Dhoka dene wale akalmand hote
bharosha karne wale gunehgar
ye nai duniya ki nai reet hai
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उन्होंने हमें आजमाकर देख लिया
इक धोखा हमने भी खा कर देख लिया
क्या हुआ हम हुए जो उदास
उन्होंने तो अपना दिल बहला के देख लिया
Unhone hume ajmakar dekh liya
ek dhoka humne bhi kha kar dekh kiya
kya hua hum huye jo udas
unhone to apna dil behla ke dekh liya
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हर धोखेबाज़ अपने परवरिश बयान करता है
Har dhokebaaj apne parvarish bayan karta hai
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ज़िन्दगी में एक पल भी सुकून न पाया
दुनिया की इस भीड़ में खुद को तनहा न पाया
तेरे दिए ज़ख्मो को प्यार समझते रहे
तेरे धोके में आके किसी से दिल न लगाया
Zindagi me ek pal bhi sukoon na paya
duniya ki is bheed me khud ko tanha na paya
tere diye zakhmo ko pyar samjhte rahe
tere dhoke me aapke kisi se dil na lagaya
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एक इंसान पूरी दुनिया को धोखा दे सकता है
अपने आप को नहीं
Ek insaan puri duniya ko dhoka de sakta hai
apne aap ko nahi
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भरोसा जितना कीमती होता है
धोका उतना ही महंगा हो जाता है
ईमानदारी का दाम कोन जाने
यहां हर बेइमान राजा हो जाता है
Bharosha jitna kimti hota hai
dhoka utna hi mehanga ho jata hai
imandari ka dam koun jane
yahan har beiman raja ho jata hai
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हर धोखा देने वाला धोखेबाज़ नहीं होता
कुछ किस्मत का भी लिखा होता है
Har dhoka dene wala dhokebaj nahi hota
kuch kismat ka bhi likha hota hai
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जबसे प्यार में धोका खाया है
हर हुस्न वालों से डर लगता है
पहले अंधेरे की आदत नहीं थी मुझे
अभी उजालों से डर लगता है
Jabse pyar me dhoka khaya hai
har husn walo se dar lagta hai
pehle andhere ki aadat nahi thi mujhe
abhi ujalon se dar lagta hai